आप कितने भी बड़े हो जाओ कुछ आदत कभी नहीं जाती .
जैसे-हवाई जहाज की आवाज सुनकर आकाश की ओर नजर दौड़ ही जाती है
बुधवार, 29 सितंबर 2010
शनिवार, 25 सितंबर 2010
बुराई
http://www.kaushal-1.blogspot.com/
बुराई समझाकर ख़त्म नहीं की जा सकती वह तो आत्मपरिवर्तन से ख़त्म होती है !
यही वजह है की राम को रावण और कृष्ण को कंस को मारना पड़ा !
बुराई समझाकर ख़त्म नहीं की जा सकती वह तो आत्मपरिवर्तन से ख़त्म होती है !
यही वजह है की राम को रावण और कृष्ण को कंस को मारना पड़ा !
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